अजब हैरानगी से क्यूंकर... मुझे देखे तेरी दुनिया
कह दो इनसे कोई.. तुझ से ही हूँ तुझ सा ही हूँ
इक जुर्म-ए-मुहब्बत के सिवा और तो कोई फ़र्क़ नही...
-------------------------------------------------
Ajab hairaangi se kyunkar.. mujhe dekhe teri duniya
kah do inse koi.. tujh se hi hoon tujhsa hi hoon
ik jurm-e-muhabbat ke siva aur to ki farq nahi...
No comments:
Post a Comment